बिहार के शिक्षकों एवं विद्यार्थी पर अब होगी डिजिटल निगरानी E Shikshakosh App पर सभी जानकारी अपडेट करने होगी

E Shikshakosh App

बिहार सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए एक ऐतिहासिक पहल की है। E Shikshakosh App के माध्यम से अब राज्य के सभी शिक्षकों की गतिविधियों, उपस्थिति, और शैक्षणिक प्रदर्शन की डिजिटल निगरानी की जाएगी। यह कदम 2025 में लागू हुआ है और इसका उद्देश्य शिक्षा प्रणाली को अधिक व्यवस्थित और प्रभावी बनाना है। इस लेख में, हम आपको बताएंगे कि यह सिस्टम कैसे काम करेगा और इससे शिक्षकों व छात्रों को क्या फायदे होंगे।

E Shikshakosh App क्या है?

E Shikshakosh App बिहार सरकार द्वारा विकसित एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसे शिक्षकों की दैनिक गतिविधियों को ट्रैक करने और शिक्षा गुणवत्ता सुधारने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस ऐप के माध्यम से

  • उपस्थिति प्रबंधन: शिक्षकों की दैनिक उपस्थिति रियल-टाइम दर्ज की जाएगी।
  • कक्षा संचालन: पढ़ाए गए पाठ्यक्रम, असाइनमेंट और छात्र प्रगति रिपोर्ट अपलोड करना।
  • प्रशिक्षण: शिक्षकों के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग मॉड्यूल उपलब्ध होंगे।
  • शिकायत प्रबंधन: छात्रों या अभिभावकों की शिकायतों का त्वरित समाधान।

E Shikshakosh App से जुड़ी 5 प्रमुख विशेषताएँ

  1. बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम:
    • शिक्षकों को ऐप पर फिंगरप्रिंट या फेशियल रिकग्निशन के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करनी होगी।
    • GPS ट्रैकिंग से स्कूल में उपस्थिति की पुष्टि होगी।
  2. डिजिटल क्लास लॉग:
    • शिक्षकों को प्रतिदिन पढ़ाए गए टॉपिक्स, छात्र उपस्थिति, और होमवर्क डिटेल्स अपलोड करने होंगे।
  3. ऑटोमेटेड रिपोर्ट्स:
    • मासिक प्रदर्शन रिपोर्ट स्वतः जनरेट होगी, जिसे प्रशासन और शिक्षक देख सकेंगे।
  4. रियल-टाइम अलर्ट्स:
    • अनुपस्थिति या लक्ष्य पूरा न होने पर SMS/ईमेल अलर्ट भेजे जाएंगे।
  5. ऑनलाइन प्रशिक्षण:
    • शिक्षकों के लिए शिक्षण विधियों, नई तकनीकों, और पाठ्यक्रम से संबंधित वेबिनार उपलब्ध होंगे।

डिजिटल निगरानी का महत्व

  1. पारदर्शिता बढ़ाना:
    • मैनुअल रिकॉर्ड में गड़बड़ी की संभावना खत्म।
    • सरकार को शिक्षकों के कार्य प्रदर्शन की सटीक जानकारी मिलेगी।
  2. छात्रों को लाभ:
    • नियमित कक्षाओं से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार।
    • डिजिटल रिपोर्ट्स के माध्यम से अभिभावक छात्रों की प्रगति ट्रैक कर सकेंगे।
  3. शिक्षकों की सुविधा:
    • ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से समय प्रबंधन आसान।
    • प्रशिक्षण और रिसोर्सेज तक त्वरित पहुंच।

शिक्षकों के लिए गाइड: ऐप का उपयोग कैसे करें?

  1. ऐप डाउनलोड करें:
  2. रजिस्ट्रेशन:
    • शिक्षक आईडी और मोबाइल नंबर से नया अकाउंट बनाएँ।
  3. अटेंडेंस मार्क करें:
    • सुबह 9:00 बजे तक बायोमेट्रिक सत्यापन करें।
  4. क्लास अपडेट:
    • पढ़ाए गए टॉपिक्स और छात्र गतिविधियाँ अपलोड करें।

इस बदलाव का प्रभाव

  • सकारात्मक:
    • शिक्षकों की कार्यक्षमता में 40% तक सुधार (सरकारी अनुमान)।
    • छात्रों के रिजल्ट में 25% बेहतरी की उम्मीद।
  • चुनौतियाँ:
    • ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की सुविधा सीमित होना।
    • पुराने शिक्षकों को डिजिटल टूल्स सीखने में समय लगना।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. क्या अटेंडेंस के लिए स्मार्टफोन अनिवार्य है?

हाँ, लेकिन स्कूलों में कंप्यूटर/टैबलेट की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।

Q2. ऑफलाइन मोड में काम कर सकते हैं?

हाँ, डेटा बाद में ऑटो-सिंक हो जाएगा।

Q3. गलती से गलत डेटा अपलोड हो जाए तो?

24 घंटे के भीतर “एडिट” विकल्प से सुधार कर सकते हैं।

निष्कर्ष:

E Shikshakosh App बिहार की शिक्षा व्यवस्था में एक क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला है। यह न केवल शिक्षकों की जवाबदेही तय करेगा, बल्कि छात्रों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेगा। इस पहल से उम्मीद है कि बिहार देश के अग्रणी शैक्षिक राज्यों में शामिल होगा।

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